[74] التصريح 1/ 244، 264، 274، 2/ 169، 195، 201.
[75] التصريح 1/313، 317، 2/ 100، 179، 327.
[76] التصريح 1/ 320، 2/95.
[77] همع الهوامع. بتحقيق د. عبد العال سالم 1/82، 160، 176، 226، وأنظر الجزء الخاص بالفهارس 7/343 وقد نسبه المحقق خطأ لركن الدين الاستراباذي.
[78] الأشباه والنظائر- قسم الفهارس 9/183.
[79] الأشباه والنظائر 4/ 7.
[80] خزانة الأدب بتحقيق هارون 2/ 22، 9/ 416، 10/198.
[81] شرح أبيات مغني اللبيب 1/394.
[82] دراسات لأسلوب القرآن الكريم/ القسم الثالث 4/ 76، 77، 164.
[83] ارتشاف الضرب 2/ 455. همع الهوامع 4/ 174.
[84] ارتشاف الضرب 2/ 221.
[85] همع الهوامع 5/ 221.
[86] الأشباه والنظائر 2/117.
[87] همع الهوامع 3/272.
[88] الأشباه والنظائر 4/ 148-149.
[89] همع الهوامع 5/ 259.
[90] الأشباه والنظائر 5/ 9.
[91] همع الهوامع 2/122-123.
[92] همع الهوامع 4/75.
[93] صدر بيت من الشعر للحطيئة، وهو من شواهد سيبويه 3/565 وعجزه (لقد جار الزمان على عيالي) .
[94] سورة النمل: آية 48.
[95] همع الهوامع 5/126.
[96] سورة الحجر: آية/4.
[97] همع الهوامع 2/153.
[98] همع الهوامع 2/10، ارتشاف الضرب 2/46.
[99] همع الهوامع 2/153.
[100] أوضح المسالك لابن هشام 2/ 2820.
[101] همع الهوامع 3/ 161.
[102] الأشباه والنظائر 2/ 438.
[103] همع الهوامع 5/ 221.
[104] الأشباه والنظائر 1/ 80.
[105] همع الهوامع 1/ 160.
[106] همع الهوامع 1/226.
[107] همع الهوامع 2/ 120.
[108] همع الهوامع 2/ 122.
[109] الأشباه والنظائر 2/ 256- 257.